उत्तराखंड

आराध्य देव भूमियाल रावल देवता बन्याथ( देवयात्रा)का 22 नवम्बर को होगा शुभारंभ

गौचर / चमोली।ललिता प्रसाद लखेड़ा
बिजराकोट गांव में क्षेत्र के आराध्य देव रावल देवता की 22 नवंबर से होने वाली बन्याथ देवयात्रा को लेकर हुई 15 अक्टूबर की चौथी संपन्न हुई।
इससे पूर्व दो बैठकें बिजराकोट में व एक बैठक डांग में हो चुकी है। इस दौरान 23 सितम्बर को पोखरी के गडूना गांव से विधि विधान के साथ ब्रह्मा बांस बिजराकोट लाया गया। जिससे ब्रह्मा का निर्माण किया जायेगा। रावल देवता की बन्याथ देवयात्रा में अपने सुझाव आदि देने के लिऐ पूर्व में बन्याथ संवंधी कार्य कर चुके बुजुर्ग 13 लोगों गोपाल सिंह पंवार (पूर्व कोषाध्यक्ष रावल देवता कमेटी एवं पूर्व सयोजक बन्याथ समिति), जीतपाल सिंह
(पूर्व अध्यक्ष रावल देवता कमेटी), नन्दा सिंह पंवार( पूर्व कोषाध्यक्ष रावल देवता कमेटी), देवेन्द्र पंवार (पूर्व अध्यक्ष रावल देवता कमेटी), बलदेव सिंह नेगी, युध्द बीर सिंह पंवार, जयबीर बिष्ट,_मातबर सिंह राणा, गिरीश नेगी, मदन कठैत, बलबन्त पंवार, जशपाल नेगी, मोहन राणा को संरक्षक मंडल में रखा गया है। इसके अलावा समिति के अध्यक्ष पद पर बृजमोहन सिंह पंवार,
सयोजक_सुनील सिंह पंवार (वर्तमान उपाध्यक्ष रावल देवता कमेटी), सह संयोजक महांबीर सिंह पंवार, सचिव नरेश बिष्ट,
कोषाध्यक्ष _कुलदीप सिंह पंवार,
सह कोषाध्यक्ष रणबीर सिंह बुटोला के साथ ही विभिन्न समितियाँ जैसे सोशल मीडिया समिति, सांस्कृतिक समिति, अन्य समितियों के साथ लगभग 50 व्यक्तियों का एक देवयात्रा समिति बनायी गयी है।
22 नवम्बर को विधि विधान के साथ रावल देवता गर्भगृह से वाहर आयेंगे वह तीन दिनों के पूजा पाठ के उपरान्त 25 नवम्बर को रावल देवता बीर लाटू देवता (ब्रह्मा) की अगुवाई में सारी गांव में झाली देबी से भेंट करेंगे। तथा इसी दिन रावल झालीदेबी से भेट करने बाद रानौ रोंलजाण पहुचेंगे तत्पश्चात वहाँ से रावल देवता पैदल क्वीठी होते हुए बडेथ गांव पहुचेंगे, वहां हवन कुण्ड खोलकर बडेथ डांग व इज्जर गांव का भ्रमण करने के बाद वापस बिजराकोट आयेंगे‌।
बिजराकोट गांव में दो दिन भ्रमण के बाद रावल देवता गांवों के भ्रमण के लिए दिशा तय करेंगे और 6 महिने के लिए देवयात्रा के लिए निकलेंगे। अन्तिम छटवें महिनें में रावल देवता बिजराकोट पहुचेंगे फिर वहाँ एक बार पुनः सारी झालीदेबी में पूजा पाठ कर रानौ रावलजाण में पूजा के उपरान्त फिर क्वीठी होते बडेथ गांव में हवन कुण्ड बन्द करके वापस बिजराकोट आयेंगे। बिजराकोट में 9 दिनों के पूजा पाठ, हवन यज्ञ के साथ बन्याथ (देवयात्रा) सम्पन्न होगी‌।
समिति के संयोजक सुनील पंवार ने बताया कि इस आयोजन में जनपद रुद्रप्रयाग अगस्तमुनि विकास खण्ड के ग्राम सभा बिजराकोट के विभिन्न गांव बिजराकोट,जखेड़ा, बोंरा, बुराशी, गैर, पुडियास , टुखिड्डा, रावलधार, एवं जनपद चमोली विकास खण्ड पोखरी के ग्राम बडेथ, डांग, इज्जर, भन्वाडी, आदि गांव समलित हैं। इन सभी गांवों मे लगभग 250 परिवार रहते जो कि इस देवयात्रा में समलित हैं।
इस देवयात्रा की चौथी बैठक में रावल देवता कमेटी के सरक्षक गोपाल सिह पंवार, जीतपाल सिंह पंवार, देवेन्द्र पंवार, नन्दा सिंह पंवार, बलदेव सिंह नेगी, बृजमोहन पंवार, सयोजक सुनील पंवार, सचिव नरेश बिष्ट, कोषाध्यक्ष कुलदीप पंवार, सह कोषाध्यक्ष रणबीर बुटोला, नरेन्द्र सिंह, जगदीश बुटोला, नन्दन सिंह पंवार, धर्मेन्द्र सिंह पंवार, देवेन्द्र सिंह पंवार, मनबर सिंह पंवार, राजेन्द्र सिंह, हुकम सिंह, मातबर सिंह पंवार, नारायण सिंह बुटोला, राजे सिंह , सुनील लाल, बिपिन राणा, रमेश सिंह सहित आदि लोग समलित रहे।

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