जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने नेशनल हाईवे मेरठ के अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त की |

बिजनौर – जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने नेशनल हाईवे मेरठ के अधिकारियों के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि बैराज सहित राष्ट्रीय राज मार्ग के गड्ढों की मरम्मत नहीं की गई तो गड्ढों के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यू होने पर उनका उत्तरदायित्व सुनिश्चित करते हुए उनके विरूद्व सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। सड़क सुरक्षा तथा अन्य आयोजित होने वाली बैठकों में लगातार निर्देश दिए जाने के बावजूद गढड्ों को न भरने और सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरते जाने के प्रति उन्होंने अधिशासी अभियंता लोनिवि को निर्देश दिए कि उनकी ओर से चेयरमेन नेशनल हाईवे को पत्र प्रेषित कर उनके अधिकारियों की शिथिलता और लापरवाही के बारे में अवगत कराया जाए।
जिलाधिकारी श्री मिश्रा आज पूर्वाहन 11ः30 बजे विदुर सभागार में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाएं जाने तथा यातायात नियमों के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले में विभिन्न प्रमुख मार्गो पर होने वाली दुघर्टनाओं के आकलन के अंतर्गत ब्लैक स्पाट्स परिभाषा के अनुसार चयनित नये ब्लैक स्पाट्स पर जैबरा क्रॉसिंग, दुर्घटना से बचाव के चिन्ह व चेतावनी आदि संबंधी साईन बोर्ड लगाना तथा इसी के साथ ब्लैक स्पाट्स की सूची सम्बन्धित विभागों को सुधारात्मक एवं सुरक्षात्मक कार्यवाही के लिए प्रेषित करना सुनिश्चित करें। दुर्घटना बाहूल्य क्षेत्रों (ब्लैक स्पॉट्स) के सुधारात्मक/सुरक्षात्मक कार्य अन्तर्गत ज़िले में चिन्हित सभी ब्लैक स्पाट्स पर रेफलेक्टिव इन्डिकेटर बोर्ड/सुरक्षा संकेतक बोर्ड लगवाए जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि लिंक मार्ग व मुख्य मार्गं को कनेक्ट करने वाले स्थानों के पास संकेतांक के साथ मानक के अनुसार स्पीड ब्रेकर भी बनाए जाए।जिलाधिकारी श्री मिश्रा ने यह भी निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों का आकलन करने के लिए एआरटीओ, यातायात अधिकारी की टीम समय समय पर परीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कराये। जिले में एम्बुलेंस की पर्याप्त उपलब्धता एवं स्थल चयन के सम्बंध में विचार-विमर्श के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि जिले में पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस उपलब्धता सुनिश्चित कराएं ताकि दुघर्टना में घायल व्यक्तियों के त्वरित उपचार के लिए क्षेत्रान्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर ही प्राथमिक उपचार की वयवस्था सुनिश्चित की जा सके। जिले में संचालित स्कूली वाहनों का नियमावली के अनुसार संचालन के सम्बंध में जिलाधिकारी द्वारा परिवहन प्रशासन को निर्देश दिये गये कि विद्यालयों में संचालित वाहनों के फिटनेस इत्यादि का सत्यापन करा लें।उन्होंने परिवहन व पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि नियमित रूप से यातायात नियमों की जानकारी जन-जन तक पहुॅचाये जाने के उद्देश्य से वाल-राईटिंग, हैण्डबिल्स, होर्डिंग्स व बैनर इत्यादि के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार करायें साथ ही सम्पूर्ण समाधान दिवस, चौपालों, शिविरों इत्यादि के अवसर पर भी सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों की जानकारी उपलब्ध करायी जाये तथा स्कूली छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों एवं संकेतों के बारे में भी जागरूक एवं अनुपालन के लिए प्रेरित किया जाये ताकि जनमानस को यातायात सम्बन्धी नियमों की जानकारी हो सके और दुर्घटना में कमी लाई जा सके।इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक डा0 प्रवीण रंजन, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग शादाब खान, उप संभागीय परिवहन अधिकारी गौरीशंकर ठाकुर व शिवकुमार शंकर सिंह, एआरएम रोडवेज राकेश कुमार सिंह, साईट अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग विनोद कुमार सहित अन्य विभागीय एवं पुलिस अधिकारी मौजूद थे।